Director of the United Nations operation "UN
has provided not only list of the shelters to the Israeli authorities but also identified
the location of the same. Still, Israel is
attacking on these sites.
We can understand from the Israeli and Palestinian
casualties that . . .
HAMMAS
NOT attacks
ON Israeli civilians, They only killed 66 ISRAELI SOLDIERS and
not ISRAELI Civilians . . . (Means they are Targeting only Israeli Soldiers)
Where as . . .
ISRAELI Soldiers are
KILLING innocent CHILDRENS, WOMENS and innocent CIVILLIANS.
Even
they are killing the innocent civilian who came under the shelter of the UNITED
NATION.
What we can call this act of Israeli soldiers except GENOCIDE of PALESTINIAN. !!!!
संयुक्त निदेशक ऑपरेशन ने कहा कि "इजरायली अधिकारियों को संयुक्त राष्ट्र आश्रयों कि केवल सूची
दी नहि दि गई है बल्कि उनकी निशान दही कई बार करा चुकी है, इसके बाउजूद इसराइल का उनकी शरण गाहोंपर हमले करना समझ में न आने वाली बात है
".
हालांकि इजरायल और फिलिस्तीनियों की मौत के निशान दही से: न समझ में आने वाली बात समझ में आने लगि है
हमास के हमलों से "इसराइली नागरिक मारे नहि गये
केव्ल " 66" इस्राइली सैनिक मारे
गए । । ।
यानी हमास केवल सैनिकों को निशाना बना रहा है,
जबकि इसराइली सैनिक, मासूम बच्चों, महिलाओं और निर्दोष
फिलिस्तीनी नागरिक नागरिकों की हत्या कर रहे हैं । । ।
यहां तक कि संयुक्त राष्ट्र आश्रयों यानी दुनिया के देशों के संयुक्त आश्रयों में आने वाले फिलिस्तीनियों
को भी इसराइल मार रहा है.
इसराइल इस प्रक्रिया को सिवये . . .
मानव (फिलिस्तीनी)
नरसंहार
और क्या नाम दिया जा सकता है. ? ?
?
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